बेलसंड ब्लॉक रिसोर्स ग्रुप टास्क फोर्स की बैठक बाल विकास परियोजना कार्यालय में आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता कुमारी ने की। बैठक में सभी सदस्यों को बताया गया कि क्षेत्र में कमजोर बच्चों की पहचान एवं देखभाल करने के लिए आगंनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकत्र्ताओं से चिह्न्ति कराएं। महिला पर्यवेक्षिका को आदेश दिया गया कि एसएचसी बैठक व सेक्टर बैठक में सभी सेविकाओं एवं आशा को ‘वन डे व वन वीक’ के नारे के तहत जन्म लेने वाले बच्चें को 24 घंटे के अंदर घर जाकर जांच करें। पहले सप्ताह में कम से कम दो बार गृह भेंट कार्य कराएं। वहीं एसएचसी बैठक एवं सेक्टर बैठक में सेविकाओं व आशा को कमजोर बच्चें की पहचान करने के तरिके के विषय में जानकारी देने को कहा। जिसके तहत बताया गया कि कमजोर बच्च की प्रथम पहचान जन्म के समय वजन दो किलो या उससे कम होना, गर्भावस्था से साढ़े आठ माह से पूर्व बच्चें का जन्म होना तथा बच्चें को स्तनपान सही से नहीं कराना है। जिसकी जानकारी तथा देखभाल की जानकारी गृह भेंट के दौरान बच्चें की माता को देने को कहा गया। मौके पर पीएचसी के हेल्थ मैनेजर श्रीनिवास, महिला पर्यवेक्षिका आशा कुमारी, रागनी राज, अर्चना स्मृति, नीतू सिंहा, सौरभ वस्सी आदि उपस्थित थे।
नई दिल्ली। उत्तर प्रेदश के पुखरायां में इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इस बड़े ट्रेन हादसे में अब तक 63 लोगों के मारे जाने की खबर है वहीं 150 से ज्या